नर्मदापुरम स्कूल संस्कृत विद्यालय द्वारा कक्षा आठवीं नौवीं व दसवीं में सर्वाधिक अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं को सेठानी घाट स्थित तिलक भवन में पुरस्कृत किया। गया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नर्मदापुरम के माननीय सांसद दर्शन सिंह चौधरी रहे ।कार्यक्रम की अध्यक्षता एस पी एम के महाप्रबंधक श्री वेंकटेश शर्मा द्वारा की गई तथा कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि डिप्टी कलेक्टर श्रीमती बबीता राठौर रही। कार्यक्रम में कुल 48 बच्चों को पुरस्कृत किया गया, जिन्होंने संस्कृत विषय में सर्वाधिक अंक अर्जित किए थे । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय दर्शन सिंह चौधरी द्वारा उद्बोधन में कहा गया कि संस्कृत भाषा ही अन्य सभी भाषाओं की मूल भाषा रही है व अन्य भाषाओं की जननी भी संस्कृत भाषा ही है। उन्होंने छात्रों को ज्ञान अर्जित करने की सीख देते हुए कहा ज्ञान का सम्मान अमिट है। उन्होंने ऋषिकुल न्यास और शर्मा परिवार को साधुवाद देते हुए पृरुस्कार वितरण को संस्कृत के प्रोत्साहन के लिए अभूतपूर्व कदम बताया। ऋषिकुल संस्कृति न्यास के सचिव पुर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा द्वारा बताया गया कि छात्र-छात्राओं को राशि प्रदान कर प्रोत्साहित करने का मुख्य उद्देश्य संस्कृत भाषा के प्रति उनमें रुचि को जागृत करना व अपनी भारतवर्ष की सबसे प्राचीनतम भाषा संस्कृत से उन्हें अवगत कराना है। गत वर्ष से इस माध्यम से नगर के सभी स्कूलों के संस्कृत के टोपर को नगद राशि न्यास द्वारा दी जा रही है। इस वर्ष 48 छात्र छात्राएं नगद राशि प्राप्त करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए SPM के मुख्य महाप्रबंधक वेंकटेश शर्मा ने अपने भाषण में कहा कि ऋषिकुल संस्कृत विद्यालय द्वारा संस्कृत भाषा को प्रोत्साहन करने के लिए बच्चों को पुरस्कार प्रदान करना संस्कृत भाषा के प्रचार व प्रसार के लिए बहुत ही अतुलनीय कार्य है। कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ वैभव शर्मा करते हुए बताया गया की इस देश को जोड़ने वाली दो चीजें संस्कृत और हमारी संस्कृति है।कार्यक्रम में मुख्य रूप से ऋषिकुल संस्कृति न्यास के सभी सदस्य, नगर पालिका सभापति अभय वर्मा, अरचना पुरोहित, मंडल अध्यक्ष सागर शिवहरे, महेंद्र चौकसे, राकेश फौजदार, नृत्यगोपाल कटारे, गोवर्धन यादव, अंकित साहू, अजय सैनी, रिंकू शर्मा, अनोखी लाल राजोरिया, आदि शहर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
