ध्यान आकृष्ट किया गया। औद्योगिक नीतियों में समय समय पर हुए परिवर्तनों की जानकारी विभागों द्वारा इकाइयों को न दिये जाने का तथ्य संज्ञान में लाये जाने पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि जिले के सभी औद्योगिक क्षेत्रों में अवेयरनेस कैम्प लगाकर एमएसएमई नीति, 2025 तथा अन्य नीतियों में हुए परिवर्तन/संशोधन से उद्योगपतियों को अवगत कराया जावे।

नर्मदापुरम सीईओ जिला पंचायत सोजान सिंह रावत द्वारा औ०क्षेत्र किशनपुरा और औ क्षेत्र खेडा, इटारसी में विद्युत फीडर, स्ट्रीट लाईन, विद्युत लाइन के बार-बार ट्रिप होने, अतिक्रमण, शराब और मटन बिक्री जैसे तथ्य संज्ञान में लाए जाने पर सिटी मजिस्ट्रेट ब्रजेन्द्र रावत तथा महाप्रबंधक एवं मुख्य नगरपालिका को संयुक्त रूप से मौका स्थल निरीक्षण कर समुचित कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देश दिये गये। बैठक में प्रदूषण नियंत्रण मण्डल, मंडीदीप, जिला रायसेन के उपस्थिति प्रतिनिधि को निर्देशित किया गया कि वे सप्ताह में 02 दिवस नर्मदापुरम मुख्यालय पर उपस्थित रहकर उद्योगपतियों से प्राप्त आवेदनों/समस्याओं का निराकरण सुनिश्चित करें। भू-भाटक, संधारण शुल्क वसूली को लेकर औ०क्षेत्र किशनपुरा उद्योग संघ अध्यक्ष के आग्रह पर वसूली में उचित राहत प्रदान किये जाने संबंधी प्रस्ताव मुख्यालय प्रेषित किये जाने हेतु महाप्रबंधक को निर्देशित किया गया। औ०क्षेत्र किशनपुरा में सर्वाइट स्कूल की छुट्टी के दौरान परिवहन बाधित होने से मार्ग को एकांगी किये जाने के आग्रह पर सीईओ जिला पंचायत श्री रावत द्वारा ने समुचित कार्यवाही के निर्देश दिये। बैठक में जिले में प्लास्टिक के रि-यूज/रि-साइकिल से संबंधित इकाई की स्थापना की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई। उद्योगपतियों से अपेक्षा की गई कि वे 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को श्रमिक के रूप में अपनी इकाई में न रखे तथा श्रमिकों की जानकारी श्रम विभाग को आवश्यक रूप से दें तथा इकाई से संबंधित जीएसटी रिटर्न समय पर फाइल करें, जिससे बाद में असुविधाओं का सामना न करना पड़े।
