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शिक्षा विभाग में समाप्त नहीं हो रहा अटैचमेंट का खेल,  वेतन प्राचार्य का कार्य लिपिक का कई टीचर कर रहे कार्यालय में काम

नर्मदापुरम।
लोक शिक्षण संचनालय भोपाल द्वारा समय-समय पर अन्य कार्यालय में अटैच होने वाले शिक्षकों को तत्काल मूल संस्था में भेज कर शैक्षणिक व्यवस्था के लिए निर्देशित किया गया है। इसके बावजूद अन्य योजनाओं के नाम पर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में योजनाओं का संचालन कर रहे हैं।  जिला शिक्षा कार्यालय  द्वारा महेश विश्वकर्मा को जो प्रभार दिए गए हैं उनमें मोगली उत्सव जिला नोडल अधिकारी , मोगली उत्सव, एक पेड़ मां के नाम पर , पर्यटन क्विज, जल गंगा कार्यक्रम का प्रभार लेकर स्कूल जाने से हमेशा बचते रहते हैं ।  इनका  मूल कार्य विज्ञान शिक्षक है । हाई स्कूल शुक्कर वाड़ा में अध्यनरत बच्चों को प्रैक्टिकल का कार्य कराया जाना इससे बच्चे विज्ञान को समझ सके l  तृतीय श्रेणी कर्मचारी को जिले की मुख्य योजनाओं का प्रभार सौंपा जाता है, जो किसी प्रथम श्रेणी या द्वितीय श्रेणी कर्मचारी को सौंपा जाना चाहिए। इसी प्रकार दुर्गेश नंदन व्यास का मूल पद उच्च माध्यमिक शिक्षक भौतिक शास्त्र जो की विज्ञान विषय में एक महत्वपूर्ण विषय की श्रेणी में आता है विगत 4 वर्षों से  जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में आईटी सेल के प्रभारी रहें हैं। इसके उपरांत उच्च पद प्रभार प्राप्त कर प्राचार्य के पद पर शासकीय हाई स्कूल बीकोर विकासखंड माखन नगर में विगत डेढ़ वर्ष पूर्व पदभार ग्रहण किया । संस्था की शैक्षणिक व्यवस्था जवाबदारी से बचने के लिए संयुक्त संचालक कार्यालय लोक शिक्षण नर्मदा पुरम में आईटी सेल का प्रभार लेकर कंप्यूटर पर कार्य किया जा रहा है और अपने मूल उत्तरदायित्व से हटकर कार्य करते हुए संस्था की देखरेख न करते हुए,  संलग्नी करण व्यवस्था के तौर पर अधिकारियों की छत्रछाया में है।

समय-समय पर स्कूल का निरीक्षण कर हो आवश्यक कार्यवाही
वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा स्कूलों  का निरीक्षण करते समय उक्त शिक्षकों की डेली डायरी, काल खंड अनुसार शिक्षण व्यवस्था स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे से चेक की जाए तो शायद सही स्थिति अवगत  होकर विभाग इन शिक्षकों पर आवश्यक कार्रवाई कर सकेगा।
इसी प्रकार यदि स्कूलों का अवलोकन वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा समय-समय पर स्कूल का निरीक्षण किया जाय तो और कर्मचारी भी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, जेडी ऑफिस के काम निकालकर  स्कूलों से नदारत रहते हैं ।गणेश कुशवाहा (सहायक शिक्षक) शासकीय हायर सैकंडरी स्कूल रायपुर में पदस्थ हैं विगत 6 वर्षों से डीईओ ऑफिस में बाबू का काम कर रहे हैं। विभिन्न कार्यों में आए दिन देखा जा सकता है, बड़ी बात यह है कि इनका एक प्राइवेट स्कूल भी ग्राम जासलपुर में संचालित है मौका मिलते ही उसका काम भी देख रहे हैं । भागवत सिंह पठारिया (प्राचार्य) जो कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रायपुर में  पदस्थ है विश्व सूत्रों से एवं ग्रामीण जनता जानकारी प्राप्त हुई है कि यह स्कूल में लेट आते रहते हैं और हस्ताक्षर करके कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी में योजनाओं में संलग्न होकर अपना समय व्यतीत कर रहे हैं ।

जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में दे रहे समय
जितेंद्र सिंह जाट माध्यमिक शिक्षक जो कि शासकीय  कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला जुमेराती नर्मदापुरम में पदस्थ है । शिक्षा विभाग में खेलकूद प्रतियोगिता, इंस्पायर अवार्ड, जैसी अन्य योजनाएं संचालित होती रहती है इन योजनाओं के संलग्न  होने में इनका नाम प्राथमिक स्तर पर रहता है । जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में इनका समय भी व्यतीत होता है जबकि इनका मूल काम विषय शिक्षक होने के नाते बच्चों को शिक्षा देना है। राजेश चौरसिया इंग्लिश के उच्च माध्यमिक शिक्षक मेहरागांव में पदस्थ है इस प्रकार योजनाएं के नाम पर स्कूलों से से टीचर इधर उधर घूमते रहते हैं ।

नर्मदापुरम से नेहा दीपक थापक :

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