Narmdapuram पिपरिया के समीप स्थित सांडिया घाट पहुँचे, वहाँ घाट की जो दशा देखी वह देखकर अत्यंत ही आश्चर्य एवं दुख हुआ। जहां एक ओर हम माँ नर्मदा की उपासना करते हैं, वहीं दूसरी ओर उन्ही कि गोद को इतना गंदा कर रहे हैं, यह बात हमारे लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हैं । माँ नर्मदा की सफ़ाई हेतु भरसक प्रयास किये जा रहे हैं उन्हें स्वच्छ रखने हेतु सरकारी और गैरसरकारी संस्थाओं द्वारा ना जाने कितने कार्यक्रम किये जाते हैं परन्तु हम फिर भी नहीं सुधरते….मैं आप से पूछती हूँ कि कौन से वेद, पुराण या अन्य किन ग्रंथों में लिखा है कि जल स्रोतों को गंदा करें। ईश्वर की बनाई हुई किसी भी कृति को अशुद्ध करना या उन्हें हानि पहुँचाना कभी भी पुण्य की श्रेणी में नहीं आ सकता। आप सभी से आग्रह करती हूँ ,जिस प्रकार आप अपने घर का ध्यान रखती हैं, उसे स्वच्छ रखती हैं, उसी प्रकार प्राकृतिक धरोहरों का भी संरक्षण करें। हम भी इस देश के नागरिक हैं और हमारा भी यह कर्तव्य हैं की हम हमारी संस्कृति एवं समाज के प्रति समर्पित रहे। इस संदेश को समाज की अंतिम पंक्ति तक पहुँचाने हेतु आपके अपने ‘अमृता मातृशक्ति संगठन’ द्वारा एक प्रयास किया जा रहा हैं, हम सभी मिलकर *माँ नर्मदा* के सांडिया घाट को स्वच्छ बनाये एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने का कार्य करें, किंतु जो भी मातायें बहनें आने में असमर्थ हैं वे अपने आसपास के नर्मदा तटों या अन्य जल स्त्रोतों की सफ़ाई करें, एवं अपने नेक कार्य को तस्वीरों, वीडियो द्वारा सभी के साथ साझा ज़रूर करें, जिससे समाज के अन्य लोग भी जागरूक हों। अतः सभी मातृशक्ति से आग्रह है कि आप सभी इस पुण्यकार्य का हिस्सा बनें।
