नर्मदापुरम
जिले में सुशासन सप्ताह 19 दिसंबर से प्रारंभ होगा जो 24 दिसंबर तक चलेगा। सुशासन सप्ताह के अंतर्गत ग्रामों में शिविर आयोजित कर आम जनता से समस्या एवं शिकायतों के आवेदन लिए जाएंगे एवं सभी शिकायतों का निराकरण कर भारत सरकार के पोर्टल पर अपलोड किए जाएंगे। सुशासन सप्ताह का थीम है प्रशासन गांव की ओर। ततसंबंध में बुधवार को मुख्य सचिव अनुराग जैन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी संभाग के कमिशनर एवं सभी जिलों के कलेक्टर को सुशासन सप्ताह के आयोजन के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने कहा कि सुशासन सप्ताह को पूर्व से चल रहे मुख्यमंत्री जन कल्याण अभियान के साथ-साथ चलाया जाएगा। 19 दिसंबर से 24 दिसंबर तक आयोजित होने वाले सुशासन सप्ताह अभियान में मुख्यतः मुख्यमंत्री जन कल्याण अभियान हेतु आयोजित शिविरों के साथ विशेष शिविर आयोजित कर आम जनता से आवेदन लिए जाएंगे। प्राप्त आवेदनों का प्राथमिकता से निराकरण कर निराकृत किए गए आवेदनों, शिकायती सेवाओं को भारत सरकार के पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा। उक्त कार्य सभी जिले प्राथमिकता से करेंगे। मुख्य सचिव ने अवगत कराया की विशेष शिविर में जनसुनवाई से प्राप्त आवेदन, सीपीग्राम पोर्टल पर प्राप्त शिकायत का निराकरण, सीएम हेल्पलाइन पोर्टल का निराकरण एवं सीपीग्राम से निराकृत सेवाओं का भी विवरण पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए की प्रदेश के सभी जिले 23 दिसंबर को विशेष कार्यशाला आयोजित करें एवं आयोजित कार्यशाला का विशेष तौर पर प्रचार प्रसार करना सुनिश्चित करें। साथ ही सुशासन की श्रेष्ठ प्रथाओं का संकलन कर उन्हें पोर्टल पर फोटो सहित सांझा करें एवं निराकृत की गई सभी सेवाओं का विवरण संकलित करें। सार्वजनिक शिकायतों के समाधान पर सफलता की कहानी भी बनाई जाए। हितग्राही को लाभ प्राप्त होने वाली ही सफलता की कहानी बनाई जाए। सफलता की कहानी ऐसी बनाई जाए जिससे हितग्राही को लाभ प्राप्त हो रहा हो।
मुख्य सचिव ने सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिए की लगभग सभी जिलों ने पोर्टल पर लॉगिन कर लिया है। अब कलेक्टर जिले का विजन बनाएं। सभी कलेक्टर गुड गवर्नेंस की प्रैक्टिसेस को पोर्टल में डालें। 11 दिसंबर से शुरू हुए जनकल्याण अभियान एवं सीपीग्राम एवं जनसुनवाई के कार्य जो लगातार चल रहे हैं साथ ही राजस्व महा अभियान 3.0 में जो कार्य चल रहे हैं और उसमें अच्छे रिजल्ट्स को गुड प्रैक्टिस के हिसाब से पोर्टल में अपलोड किया जाए। स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से सीधे हितग्राहियों को जो लाभ प्राप्त हुआ है उसकी भी जानकारी संकलित की जाए।
नर्मदापुरम संभाग कमिशनर के जी तिवारी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्य सचिव को अवगत कराया की नर्मदापुरम, हरदा एवं बैतूल तीनों जिलों ने पोर्टल पर लॉगिन कर लिया है और बेस्ट प्रैक्टिसेज को पोर्टल पर डालने की कार्रवाई की जाएगी। कमिशनर ने बताया कि संभाग में मुख्यतः सीपीग्राम, जनसुनवाई , लोक सेवा गारंटी आदि के प्रकरण पर विशेष फोकस किया जाएगा। साथ ही जो शिविर चल रहे हैं उन शिविर को और ज्यादा ध्यान केंद्रित बनाकर उसका प्रचार प्रसार किया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा व्यक्ति शिविरो का लाभ प्राप्त करें अपनी समस्या एवं शिकायतों का निराकरण करा सके।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान नर्मदापुरम संभाग के एनआईसी कक्ष में कमिशनर के जी तिवारी, संयुक्त आयुक्त विकास जी सी दोहर एवं कलेक्टर कार्यालय के एनआईसी कक्ष में कलेक्टर सोनिया मीना, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सोजान सिंह रावत, अपर कलेक्टर देवेंद्र कुमार सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट बृजेंद्र रावत, संयुक्त कलेक्टर अनिल जैन, डिप्टी कलेक्टर डॉक्टर बबीता राठौर सहित संबंधित अधिकारी गण उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने अधिकारियों को दिए सुशासन सप्ताह और जनकल्याण पर्व के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश
नर्मदापुरम कलेक्टर सोनिया मीना ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के पश्चात जिला अधिकारियों को सुशासन सप्ताह और मुख्यमंत्री जन कल्याण पर्व के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सुशासन सप्ताह के दौरान सीपी ग्राम की शिकायतों का शत-प्रतिशत निराकरण सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा, उन्होंने निर्देश दिए कि नियमित रूप से प्रकरणों की समुचित मॉनीटरिंग की जाए ताकि किसी भी प्रकरण में देरी न हो।
उन्होंने जनकल्याण पर्व के तहत योजनावार अद्यतन जानकारी की समीक्षा कर लक्ष्यों का निर्धारण करने की आवश्यकता पर जोर दिया। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि वे इन लक्ष्यों को शत-प्रतिशत हासिल करने के लिए कार्य करें और पूरी तत्परता से सेवा वितरण से संबंधित आवेदनों का समाधान करें।
साथ ही, उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों को अपने कार्य के प्रति अधिक सजग और सक्रिय रहने की आवश्यकता है ताकि सकारात्मक परिणाम मिल सकें। सुशासन सप्ताह के तहत आवेदनों की संख्या और उनके निराकरण की जानकारी नियमित रूप से अद्यतन की जाए, ताकि किसी भी स्थिति में कोई शिकायत न हो।बैठक के दौरान जिला पंचायत सीईओ सोजान सिंह रावत, अपर कलेक्टर डीके सिंह, डिप्टी कलेक्टर डॉ बबीता राठौर सहित अन्य जिला अधिकारी उपस्थित रहे।