पिपरिया (नर्मदापुरम )
अमृता मातृशक्ति सामाजिक संगठन एवं माँ नर्मदा मिशन की सदस्य डॉ अमृता राजे पलिया ने बताया की हमारी जीवन दायनी , माँ नर्मदा के आशीर्वाद से एवं श्री दादा गुरु जी सरकार के सानिध्य में, साथ ही श्री दादा गुरु सरकार द्वारा की गई माँ नर्मदा के अद्भुत भक्ति एवं उनकी अकल्पनीय उपासना , सदी के सबसे कठोर अखंड निराहार महाव्रत साधना के 1700 दिन पूर्ण होने पर एवं राष्ट्र आराधना प्रकृति उपासना का जीवंत संदेश के साथ, परम पूजनीय श्री दादा गुरु जी की उपस्थिति में हम और आप मिलकर दिनांक 13 जून, दिन शुक्रवार को “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता के तहत, भारतीय सेना को समर्पित करते हुए, माँ नर्मदा के स्वच्छता अभियान के साथ “एक पेड़ माँ के नाम” पर 51 सिन्दूर के पेड़ो का वृक्षारोपण कर जिले की पहली सिंदूर वाटिका एवं मध्यप्रदेश की दूसरी सिंदूर वाटिका का निर्माण करेंगे।
माँ नर्मदा मिशन की सदस्य डॉ अमृता राजे का कहना है
वेद अनुसार “सिंदूर” भारतीय संस्कृति में, विशेष कर हिंदू धर्म में, आस्था का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। यह विवाहित महिलाओं का एक प्रतीक है, जो सौभाग्य, सुख, समृद्धि और पति के प्रति समर्पण का प्रतीक है।
साथ ही डॉ अमृता राजे ने समस्त मातृशक्ति से आग्रह करते हुए कहा कि, 13 जून को आप सभी पिपरिया के समीप स्थित खैरा कुटी आश्रम पधार कर अपने राष्ट्र हित एवं धर्म की रक्षा के प्रति व सामाजिक चेतना के साथ माँ नर्मदा के स्वच्छता अभियान में सम्मिलित होकर अपने जीवन को धन्य बनाए।

