देशभक्ति और उमंग की भावना से सराबोर हो गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन : कलेक्टर
विभागीय स्तर पर नियमित रूप से की जाए परामर्शदात्री बैठके
जनकल्याण अभियान के तहत स्वीकृत प्रकरणों में हितलाभ सुनिश्चित करें
समय सीमा बैठक के दौरान कलेक्टर ने दिए अधिकारियों को निर्देश
नर्मदापुरम
देशभक्ति और उमंग की भावना से सराबोर हो गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन। जनकल्याण अभियान के तहत शिविरों में प्राप्त आवेदनों का निराकरण बढ़ाने तथा उनकी स्वीकृति प्रतिशत की स्थिति बेहतर किया जाना सुनिश्चित करें सभी अधिकारी। विभागीय पोर्टल से जनकल्याण पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों का मिलान करें। विभागीय स्तर पर सभी जिला अधिकारी परामर्शदात्री की बैठकों का आयोजन सुनिश्चित करें। पीएम विश्वकर्मा योजना अंतर्गत प्राप्त आवेदनों का परीक्षण उपरांत पात्र आवेदनों को जिला पंचायत में प्रस्तुत किया जाए। उक्त निर्देश कलेक्टर सोनिया मीना ने बुधवार 15 जनवरी को अयोजित समय सीमा बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर ने समय सीमा बैठक के दौरान निर्देश दिए की समस्त जिले में गणतंत्र दिवस का आयोजन पूरे हर्षोल्लाहस एवं उमंग के साथ किया जाए। कलेक्टर ने कहा कि देश भक्ति की भावना एवं उमंग से ओतप्रोत तरीके से गणतंत्र दिवस पर्व समारोह का आयोजन किया जाए। इस दौरान कलेक्टर ने समारोह के सफल आयोजन के लिए सभी अधिकारियों के दायित्व भी सुनिश्चित किए। कलेक्टर ने कहा कि गणतंत्र दिवस के दौरान संपूर्ण जिले में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के दौरान ध्वज संहिता एवं प्रोटोकॉल का भी पालन सुनिश्चित किया जाए।
कलेक्टर सुश्री मीना ने मुख्यमंत्री जन कल्याण अभियान की समीक्षा करते हुए सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि अपने-अपने विभागों के पोर्टल पर उपलब्ध आवेदनों की जानकारी से जनकल्याण पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों का मिलान सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि विभागीय पोर्टल तथा जनकल्याण पोर्टल पर अभियान अवधि अंतर्गत प्राप्त आवेदनों की संख्या में विसंगतियां ना हो इस बात का विशेष ध्यान रखें। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सभी अधिकारी मुख्य रूप से इस बात का भी पर भी ध्यान दें कि कहीं भी किसी भी शिविर में पोर्टल पर गलत आवेदन की जानकारी अद्यतन ना हो तथा ऐसा होने की स्थिति में त्वरित रूप से आवेदनों को डिलीट किया जाना भी सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी सीईओ एवं सीएमओ को भी इस संबंध में अधिक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जनपद पंचायत सीईओ केसला को निर्देशित किया है कि शिविरों के दौरान प्राप्त होने वाले आवेदनों का निराकरण प्रतिशत बढ़ाने पर ध्यान दें। इसी प्रकार उन्होंने सभी विभाग प्रमुखों को स्पष्ट निर्देशित किया है कि अभियान अवधि अंतर्गत प्राप्त होने वाले आवेदनों के निराकरण तथा स्वीकृति के प्रतिशत की स्थिति को बेहतर किया जाए। बैठक के दौरान कलेक्टर सुश्री मीना ने निर्देश दिए की अंक सूची में सुधार के लिए प्राप्त आवेदनों के डिस्पोजल के लिए उच्च शिक्षा विभाग प्रयासों को तेज करें। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया है कि अभियान के तहत शासकीय योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों को पहुंचाया जाना सुनिश्चित करें। बैठक के दौरान कलेक्टर ने कहा कि जनकल्याण शिविर के तहत योजनाओं से लाभांवित हितग्राहियों को जनप्रतिनिधियों के माध्यम से हितलाभ वितरण करवाए साथ ही उन्हें शिविरों के दौरान हो रहे नवाचारों से भी नियमित रूप से अवगत करवाते रहें।
समय सीमा बैठक के दौरान कलेक्टर सोनिया मीना ने सभी जनपद सीईओ एवं नगरपालिका सीएमओ को पीएम विश्वकर्मा योजना अंतर्गत प्राप्त आवेदनों का परीक्षण कर सत्यापित सूची जिला पंचायत कार्यालय में शीघ्र उपलब्ध करवाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि परीक्षण के दौरान योजना की समस्त नियम तथा पात्रता का प्रशिक्षण आवश्यक रूप से किया जाए।
कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए की नियमित रूप से विभागीय स्तर पर परामर्शदात्री समिति की बैठकों का आयोजन करें। उन्होंने कहा कि बैठकों के माध्यम से कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों की समस्याओं आदि का समाधान भी जिला अधिकारी द्वारा किया जाए। कलेक्टर ने सभी अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए की पुनर्गठन इकाई आयोग के समक्ष प्रस्तुत किए जाने वाले प्रस्तावों को तैयार कर शीघ्र ही जिला कार्यालय में प्रस्तुत किया जाए।
उन्होंने सीएम हेल्पलाइन के लंबित प्रकरणों की समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश। कलेक्टर ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन पर कोई भी विभाग ए ग्रेड से नीचे स्थान ना प्राप्त करे। कलेक्टर ने कहा कि शिकायतो के निराकरण का आवश्यक मूल मंत्र है कि उनकी नियमित रूप से समीक्षा की जाती रहे तथा शिकायतकर्ता से सतत रूप से संपर्क कर उन्हें उनकी समस्याओं का समाधान उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने 50 दिवस से अधिक लंबित शिकायतों की वर्तमान स्थिति की विभागवार समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए की 50 दिवस से अधिक लंबित शिकायतों के निराकरण पर विशेष रूप से फोकस किया जाए। उन्होंने कहा कि कोई भी अधिकारी या उनके अधिनस्थो द्वारा गलत तरीके से शिकायतो को बंद न किया जाए इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें। कलेक्टर ने समाधान ऑनलाइन के लिए चिन्हित बिंदुओं जिनमें वृद्धावस्था पेंशन, नल जल योजना आदि पर ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी समाधान ऑनलाइन के लिए चिन्हित बिंदुओं की शिकायतों पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करते हुए उनका निराकरण सुनिश्चित करें। इसी के साथ फोर्स क्लोज की गई शिकायतों का भी विस्तार पूर्वक परीक्षण कर इस संबंध में एक प्रमाण पत्र भी उपलब्ध करवाए।
बैठक के दौरान कलेक्टर ने जिले में चल रही धान उपार्जन की भी समीक्षा की। उन्होंने सोहागपुर पिपरिया तथा सिवनी मालवा अंतर्गत उपखंड स्तरीय समितियों तथा अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि उक्त स्थानों पर उपार्जित स्कंधो के परिवहन पर विशेष ध्यान दें। जिला आपूर्ति अधिकारी द्वारा बैठक के दौरान कलेक्टर को अवगत कराया गया कि अब तक जिले में कुल 154389 मेट्रिक टन उपार्जन किया जा चुका है जिसके विरुद्ध एक 147647 मेट्रिक टन का परिवहन संपन्न हो चुका है। उपार्जित स्कंद की कुल राशि अनुमानित 355 करोड रुपए है जिसके विरुद्ध किसानों को लगभग 286 करोड रुपए का सफल भुगतान किया जा चुका है।
बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री सौजान सिंह रावत, अपर कलेक्टर श्री के सिंह, डिप्टी कलेक्टर डॉ. बबीता राठौर, संयुक्त कलेक्टर श्री अनिल जैन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
