नर्मदापुरम।
भाजपा कार्यालय में मंडल अध्यक्षों के लिए फीडबैक लिया गया। इस दौरान सिवनी मालवा के पूर्व विधायक पर्यवेक्षक ने बंद लिफाफे में तीन लोगों के नाम जिले के पदाधिकारी और सांसदों, विधायकों की सहमति के आधार पर संगठन को भेजें। मंडल अध्यक्ष किसको बनाना है सबकी अलग-अलग राय बंद कमरे में ली गई। सूत्रों से पता चला है कि उसमें दो लोगों के नाम लगभग तय माने जा रहे हैं । कुछ लोगों ने शिकायत , शिकवा और विरोध प्रदर्शन भी किया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि स्थानीय सर्किट हाउस में ठहरे पर्यवेक्षक से भाजपा के कुछ लोगों ने शिकायत की है कि जिले में कुछ मंडल अध्यक्ष शराब माफिया से जुड़े हैं। कुछ फोटोग्राफ्स, मोबाइल की कॉल डिटेल के साथ-साथ पूर्व में एससी एसटी एक्ट के तहत और कोतवाली में मामला दर्ज की शिकायत का भी उल्लेख किया है । बताया कि जिन मंडल अध्यक्ष को मंडल अध्यक्ष बनाया जा रहा है उनके सीधे तौर पर कुछ संदेही लोगों से सांठगांठ हैं । उनके खिलाफ केस दर्ज भी है। इसके बाद ऐसे लोगों को मंडल अध्यक्ष बनाया गया तो पार्टी और संगठन की छवि पर काफी असर पड़ेगा। इस पर पर्यवेक्षक का कहना है कि यह शिकायत हाई कमान को सौंपी जाएगी और हाई कमान तय करेगा कि मंडल अध्यक्ष किसको बनाया जाए। संगठन की गाइडलाइन है कि मंडल अध्यक्ष की छवि हो साफ सुथरीपार्टी हाईकमान ने तय किया है कि जिन मंडल अध्यक्ष के नामों पर शिकायत शिकवा हो उसके ऊपर कोई मुकदमा लगा हो, विवादित हो ऐसे लोगों पर विचार विमर्श किया जाएगा, इसके बाद ही संगठन विचार करेगा। संगठन की गाइडलाइन है कि मंडल अध्यक्ष की छवि साफ सुथरी हो , विवादित ना हो और किसी प्रकार का आरोप प्रत्यारोप उस पर न हो। इन सब बिंदुओं पर भी चर्चा की जाएगी। बताया जाता है कि मंडल अध्यक्ष की यह रिपोर्ट भी देखी जाएगी की क्या उनके वार्ड में विधायक चुनाव जीते या हारे या सांसद, पार्षद आपके वार्ड से हारे या जीते यह सब रिपोर्ट कार्ड में तय किया जाएगा । जिले ही नहीं पूरे प्रदेश में इस बार यह गाइडलाइन तय की गई है।नामों की जाएगी पैनल मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति में आपराधिक रिकार्ड भी देखा जाएगा। इस बार संगठन ऐसे लोगों को मंडल अध्यक्ष बनाएगा जो विवादित ना हो । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि कुछ मंडल अध्यक्ष पर आपराधिक रिकॉर्ड है हालांकि इस मामले में बाद में समझौता भी किया गया था । पुलिस थाने तक गये और मामला पंजीबद्ध भी हुआ। भाजपा कार्यालय में नाम पर्यवेक्षक के सामने रखे गए हैं । जिले के पदाधिकारियों ने अपने-अपने समर्थक के नाम रखे हैं । इसमें चार नाम हो को रखा गया है। इनमें मनीष परदेसी, सागर शिवहरे , संजीव मिश्रा, अनुराग गोलू तिवारी यह मंडल अध्यक्ष की दौड़ में हैं । अब सभी पदाधिकारी ने अपनी बात अपने-अपने समर्थकों की रखी है। यहां से पैनल बनकर जाएगी और हाईकमान नाम तय करेगा किसे मंडल अध्यक्ष बनाया जाए किसे नहीं। संगठन की गाइडलाइन है कि जो पूर्व में मंडल अध्यक्ष रह चुके हैं उन्हें इस बार मौका नहीं दिया जाएगा। नए लोगों को संगठन बनाया जाएगा लेकिन ऊंट किस करवट बैठता है यह समय और वक्त बताएगा।