एसडीएम टी प्रतीक राव की पहल पर नि:शुल्क कोडिंग शिक्षा की शुरूवात हुई
इटारसी उप मंडल से 1400 से अधिक छात्र ले चुके है इसमें भाग
छात्र ललित यादव ने टीसीएस और कर्नाटक सरकार द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है
नर्मदापुरम डिजिटल सशक्तिकरण और समावेशी शिक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, इटारसी के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) एवं दंडाधिकारी श्री टी. प्रतीक राव (आई.ए.एस) ने कोड़योगी संगठन के सहयोग से जुलाई 2024 में सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिए निःशुल्क कोडिंग शिक्षा पहल की शुरुआत की थी।
इस पहल का उद्देश्य उन छात्रों को कोडिंग के आवश्यक कौशल प्रदान करना है जो तकनीकी संसाधनों से वंचित हैं। कोडयोगी की तकनीकी टीम के नेतृत्व में यह कार्यक्रम छात्रों को प्रोग्रामिंग की मूल बातें और व्यावहारिक प्रशिक्षण देता है, जिससे वे कम उम्र में ही तकनीक की दुनिया से जुड़ सकें और भविष्य की संभावनाओं के लिए खुद को तैयार कर सकें।
इस पहल की विशेष उपलब्धि के रूप में, ललित नामक एक छात्र, जो इस कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग ले रहा है, ने हाल ही में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और कर्नाटक सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित एक प्रतिष्ठित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में राज्य में दूसरा स्थान प्राप्त किया। यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि अवसर और मार्गदर्शन मिलने पर सरकारी स्कूलों के छात्र भी राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं।
कार्यक्रम की एक अनोखी विशेषता यह है कि छात्र अब अपने मोबाइल फोन पर भी कोडिंग सीख सकते हैं, और वह भी हिंदी भाषा में। इससे यह सुनिश्चित होता है कि तकनीकी ज्ञान भाषा की बाधा में न उलझे और अधिक से अधिक छात्र अपनी मातृभाषा में सहजता से सीख सकें।
कार्यक्रम की शुरुआत से अब तक इटारसी उपमंडल से 1,400 से अधिक छात्रों ने इसमें भाग ले चुके है। यह भारी भागीदारी दर्शाती है कि
ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के छात्रों में भी तकनीकी शिक्षा के प्रति गहरी रुचि और उत्साह है।
यह कार्यक्रम एसडीएम श्री टी. प्रतीक राव की दूरदर्शी सोच और समर्पण का परिणाम है, जिन्होंने सदैव ग्रामीण शिक्षा और आधुनिक कौशल विकास के बीच की दूरी को पाटने के प्रयास किए हैं। उनकी सक्रिय भागीदारी, संसाधनों की व्यवस्था और साझेदारों को एक मंच पर लाने में निभाई गई भूमिका ने इस पहल को सफल बनाने में अहम योगदान दिया है।
छात्र ललित यादव की उपलब्धि पर एसडीएम श्री टी. प्रतीक राव ने इस अवसर पर कहा हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर छात्र को समान अवसर मिले, चाहे वह किसी भी सामाजिक या आर्थिक पृष्ठभूमि से आता हो। कोडयोगी और हमारे स्थानीय भागीदार एलकेजी ग्रुप के सहयोग से हम छात्रों के लिए एक उज्ज्वल और तकनीक-समर्थ भविष्य के द्वार खोल रहे हैं। हमारा मानना है कि डिजिटल साक्षरता आज के समय में विशेषाधिकार नहीं बल्कि एक बुनियादी अधिकार है, और हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि कोई भी छात्र
संसाधनों के अभाव में पीछे न रह जाए। यह पहल केवल शुरुआत है-हम इसका विस्तार करते हुए एक ऐसा युवा वर्ग तैयार करना चाहते हैं जो डिजिटल रूप से सशक्त और भविष्य के लिए पूरी तरह तैयार हो।”
श्री राकेश सहगल, सह-संस्थापक, कोड्योगी, ने कहाः “कोड़योगी का उद्देश्य शिक्षा और उद्योग की मांगों के बीच की दूरी को पाटना है। हम मानते हैं कि प्रतिभा हर कोने में है-उसे केवल सही दिशा और उपकरणों की ज़रूरत है। इस पहल के माध्यम से हम छात्रों को केवल कोडर नहीं, बल्कि आत्मविश्वासी और समस्या-समाधान में दक्ष भविष्य के लीडर के रूप में विकसित करना चाहते हैं। ललित जैसी सफलता यह साबित करती है कि यदि अवसर दिया जाए, तो ये छात्र कहीं भी पहुंच सकते हैं।”
इस पहल को सहयोग देने हेतु स्थानीय फर्म एलकेजी ग्रुप ने सभी छात्रों को मुफ़्त कीबोर्ड और माउस प्रदान किए हैं, जिससे छात्रों को व्यावहारिक रूप से कोडिंग सीखने में सुविधा मिली और उनकी तकनीकी यात्रा और भी सुगम हो गई।
यह पहल सार्वजनिक-निजी भागीदारी और सामुदायिक सहयोग की शक्ति का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जो न केवल तकनीकी ज्ञान प्रदान करती है, बल्कि छात्रों में आत्मविश्वास, जिज्ञासा और नवाचार की भावना को भी प्रोत्साहित करती है-और उन्हें एक उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर करती है।
