
Narmdapuram
18 जनवरी 1969 को 93 वर्ष की आयु में ब्रह्मा कुमारीज के साकार संस्थापक पिता प्रजापिता ब्रह्मा बाबा ने संपूर्णता की स्थिति प्राप्त की और अव्यक्त हो गए , उनके अव्यक्त होने के बाद संस्थान की बागडोर पूर्व मुख्य प्रशासीका आदरणीय राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि जी ने संभाली , बाबा की त्याग और तपस्या का ही परिणाम रहा की बाबा ने खुद पीछे रहकर नारी शक्ति को सदैव आगे बढ़ाया और आज पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति अथवा आध्यात्म का परचम फहरा रहा है।
बाबा ने अपनी जमीन जायदाद बेचकर बनाया था ट्रस्ट और नारी शक्ति के लिए सदैव उनकी भावना रही की नारी नरक का द्वारा नहीं सर का ताज है , स्वर्ग का द्वार खोलने की शक्ति है , नारी अबला नहीं सावला है, बेटी बचाओ ,बेटी पढ़ाओ ,बेटी सशक्त बनाओ ।
बाबा ने नारी उत्थान के संकल्प के साथ उन्हें समाज में खोया हुआ सम्मान दिलाने के लिए भारत में वंदे मातरम की गाथा को चरितार्थ किया।
93 वर्ष की आयु में संपूर्णता की स्थिति प्राप्त कर बाबा अव्यक्त हुए , लेकिन उन्होंने अपने जीवन में जो मिसाल पेश की उसे आज भी लाखों लोग अनुकरण करते हुए राजयोग के पथ पर आगे बढ़ रहे हैं । संस्थान का नारा है अथवा मुख्य शिक्षा है “स्वपरिवर्तन से विश्व परिवर्तन “और नैतिक मूल्यों की पुनर्स्थापना , ब्रह्माकुमारी संस्थान नारी शक्ति द्वारा संचालित दुनिया का सबसे बड़ा और एकमात्र संस्थान है , यहां के मुख्य प्रशासिका से लेकर सभी सेंटर्स पर प्रमुख पदों पर नारी शक्ति ही है । नारी सशक्तिकरण का इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है की संगठन की सारी ही जिम्मेवारियां बहने ही संभालती हैं संस्थान इस समय विश्व के 140 देश में सेवाएं दे रहl है , 8000 से भी अधिक सेवा केंद्र संचालित है समाज के सभी वर्गों तक आध्यात्मिक का अलख जगाया जा रहा है
19 जानबरी नर्मदापुरम के रसूलिया केंद्र पर ब्रह्मा बाबा के स्मृति दिवस के उपलक्ष में कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें लोकप्रिय सांसद आदरणीय भ्राता दर्शन सिंह चौधरी पधारे , जिन्होंने नारी शक्ति की सराहना की , ब्रह्माकुमारी संस्थान की सराहना करते हुए कहा कि जब कभी भी मन की शांति चाहिए हो , आत्मा की शांति चाहिए हो तो ब्रह्माकुमारीज के सेंटर पर आए, अथवा ब्रह्माकुमारी संस्थान के हेडक्वार्टर माउंट आबू का उल्लेख लिया एवं शिव और शक्ति का क्या समन्वय है इस पर अपने व्याख्यान दिए कार्यक्रम में डॉ अतुल सेठ अध्यक्ष कैंसर हॉस्पिटल एवं समाज सेवक , साथ ही भाता सुधीर नायक जनपद सदस्य, भ्राता मनोहर बढ़ानी , चंद्रभान सिंह , भ्राता अशर्फी सहित अनेक भाई बहनों ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई स्मृति दिवस के उपलक्ष में निशुल्क नेत्र शिविर का आयोजन किया गया जिसमें कई भाई बहनों ने शिविर का लाभ उठाया
